पारस जी अरजी सुण ल्योनी ,बुलाव थारो बंदो
बुलाव. थारो बंदो , पुकार.थारो बंदो -2
प्रभुजी अरजी सुण ल्यो नी ,पारस जी अर्जी सुण ल्योनी ,बुलाव.थारो बंदो
1
म्हे पूजा थाल रचावा ,थारी पूजा कर हर्षावा -2
प्रभुजी अरजी सुण ल्यो नी ,पारस जी अर्जी सुण ल्योनी ,बुलाव.थारो बंदो
प्रभुजी अरजी सुण ल्यो नी ,बुलाव.थारो बंदो
पारस जी अरजी सुण ल्योनी ,बुलाव थारो बंदो
2
म्हे राग द्वेष म फँस ग्या ,म्हे मोह माया म फँस ग्या -2
प्रभुजी अरजी सुण ल्यो नी ,पारस जी अर्जी सुण ल्योनी ,बुलाव.थारो बंदो
प्रभुजी अरजी सुण ल्यो नी ,बुलाव.थारो बंदो
पारस जी अरजी सुण ल्योनी ,बुलाव थारो बंदो
3
म्हान प्रेम भाव सिखलाई ज्यो -म्हान क्षमा धरम बतलाई ज्यो -2
प्रभुजी अरजी सुण ल्यो नी ,पारस जी अर्जी सुण ल्योनी ,बुलाव.थारो बंदो
प्रभुजी अरजी सुण ल्यो नी ,बुलाव.थारो बंदो
पारस जी अरजी सुण ल्योनी ,बुलाव थारो बंदो
रचयिता -राजू बगडा
ता -26.8.2012
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