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Saturday, August 27, 2011

15 बड़े अच्छे लगते है-ये धरती,ये नदिया,ये रैना ,और तुम [बालिका वधु ](राग-देवगिरी बिलावल)

15 
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तर्ज़-अच्छे लगते है-ये धरती,ये नदिया,ये रैना ,और तुम [बालिका वधु ](राग-देवगिरी बिलावल)

बड़े अच्छे लगते है
जिन दर्शन 
जिन वाणी 
जिन पूजा 
और
जिनवर 
मैंने भक्ति भाव से प्रभू- तेरी पूजा रचायी
मुझ पर ऐसी कृपा करना, अब -जिसमे हो मेरी भलाई 
बड़े अच्छे लगते है
जिन मंदिर 
जिन  वेदी 
जिन मूरत 
और
जिनवर
उतम क्षमा ,मार्दव ,आर्जव -सत्य,शौच,संयम,तप
त्याग आकिंचन ब्रहमचर्य का -सारे जग में हो पालन 
बड़े अच्छे लगते है
ये पिछी
ये कमंडल 
ये मुनिवर 
और
जिनवर
बड़े अच्छे लगते है
जिन दर्शन 
जिन वाणी 
जिन पूजा 
और
जिनवर 
रचयिता -राजू बगडा-"राजकवि"(सुजानगढ़)मदुरै
ता; २७.८.२०११ 
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Saturday, September 11, 2010

12 तर्ज--तेरे मस्त मस्त दो नैन मेरे दिल का ले गए चैन [फिल्म -दबंग](राग-भूपाली)

12 
तर्ज--तेरे मस्त मस्त दो नैन मेरे दिल का ले गए चैन [फिल्म -दबंग] (राग-भूपाली)
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चाहते रहते   प्रभु को    सांझ सवेरे
मिलती है खुशिया हो जो दर्शन तेरे -२
तेरे भक्त बहुत बैचैन -सबको मिल जाये चैन
सबको मिल जाये चैन -तेरे भक्त बहुत बैचैन

इन्द्रों के मुकुटो की, मणियों से रोशन  तेरा  चेहरा हाय  चेहरा हाय
सूरज चाँद का ,रंग है फीका , तेरे  आगे  आगे  शर्माए   जाये
तेरी कृपा जो हमको , मिल जाये  भगवन ,पा जाये  मुक्ति और हो जाये पावन
पा जाये  मुक्ति और हो जाये पावन
तेरे  भक्त बहुत बैचैन  सबको मिल जाये चैन ...........................

जनम जनम से , भव सागर में ,कर्मो ने जकड़ा जकड़ा जकड़ा हाय
तेरी दया का, अब  है सहारा ,  तुने   तारा  तारा    सबको  है तारा
तेरी कृपा जो हमको , मिल जाये  भगवन ,पा जाये  मुक्ति और हो जाये पावन
पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
तेरे भक्त बहुत बैचैन सबको मिल जाये चैन ...........................
रचयिता -राजू बगडा-"राजकवि"(सुजानगढ़)मदुरै
११ .९ .२०१०
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