www.rajubagra.blogspot.com
तप की निशानी है,जैन मुनिमूरत क्षमा की है जैन मुनि
हिंसा से दूर है जैन मुनि
करुणा का संघ है जैन
परिग्रह से दूर है जैन मुनि
इक समय आहारी जैन मुनि
पैदल ही चलते है जैन मुनि
सबसे अलग है ये जैन
मेरे सर पे,, sss ,तूं अपनी छांव कर दे
गुरूवर तूं ,, मुझपे दया कर दे
मेरी सांस तूं मेरी आश तूं
मुझसे ना दूर जाना
मेरे वास्ते,
तेरा,
दर ही ठिकाना
तेरा
दर है ठिकाना
गुरुवर
तू ही है ठीकाना 2
तप की निशानी है,जैन मुनि
मूरत क्षमा की है जैन मुनि
हिंसा से दूर है जैन मुनि
करुणा का संघ है जैन
1
जपूं तुझे ,हर दिन गुरु, जपूं तुझे ,पल पल गुरु
Hossss ओ
मंदिरों में ढूंढू तुझे, दिल में, तेरा वास है
तेरा उपदेश सुनते,
तेरी हर बात गुनते
करतें हैं सेवा तेरी ,भव से पार जाना
मेरे वास्ते,
तेरा,
दर ही ठिकाना
तेरा
दर है ठिकाना
गुरुवर
तू ही है ठीकाना
2
पल ,,पल गिनते गिनते, सांसे छूट जायेगी
मोह के ये धागे, तोड़ दो
राग द्वेष करते करते, कर्म बंध जायेंगे
करमों के बंधन तोड़ दो
क्या मेरा, क्या तेरा
नशवर है ,जग सारा
तज करके, जग फेरा
हमें छोड़ यहीं हैं जाना
मेरे वास्ते,
तेरा,
दर ही ठिकाना
तेरा
दर है ठिकाना
गुरुवर
तू ही है ठीकाना
रचयिता
www.rajubagra.blogspot.com
राजू बगड़ा, मदुरै
21.8.2022
7.30 pm