मंगलम भगवान वीरो,मंगलम गौतमो गणी ।
मंगलम कुन्द्कुंदाद्दौ, जैन धर्मोस्तु मंगलम ॥
णमो अरिहंताणं
णमो सिद्धाणं
णमो आइरियाणं
णमो उव्झायाणं
णमो लोए सव्व साहुणं..ऐसो पञ्च णमोक्कारो,सव्व पाव पणासणो
मंगलाणं च सव्वेसिम् पढमं हवई मंगलम ........
मैंने कुछ भजन भगवान् की भक्ती मे अर्पण किये है -आप भी इनका रसपान करे ! by raju bagra-madurai