इस गाने की राग सुनने के लिए यहाँ क्लिक करे
http://sound17.mp3pk.com/indian/dabangg/dabangg01%28www.songs.pk%29.mp3
चाहते रहते प्रभु को सांझ सवेरे
मिलती है खुशिया हो जो दर्शन तेरे -२
तेरे भक्त बहुत बैचैन -सबको मिल जाये चैन
सबको मिल जाये चैन -तेरे भक्त बहुत बैचैन
१
इन्द्रों के मुकुटो की, मणियों से रोशन तेरा चेहरा हाय चेहरा हाय
सूरज चाँद का ,रंग है फीका , तेरे आगे आगे शर्माए जाये
तेरी कृपा जो हमको , मिल जाये भगवन ,पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
तेरे भक्त बहुत बैचैन सबको मिल जाये चैन ...........................
२
जनम जनम से , भव सागर में ,कर्मो ने जकड़ा जकड़ा जकड़ा हाय
तेरी दया का, अब है सहारा , तुने तारा तारा सबको है तारा
तेरी कृपा जो हमको , मिल जाये भगवन ,पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
तेरे भक्त बहुत बैचैन सबको मिल जाये चैन ...........................
रचयिता -राजू बगडा
११ .९ .२०१०
No comments:
Post a Comment