इस गाने की राग सुनने के लिए यहाँ क्लिक करे
http://sound20.mp3pk.com/indian/mukti/mukti03%28www.songs.pk%29.म्प३
सुनानी है प्रभु तुमको मेरे संसार की बाते
निरंतर बढते कर्मो से दुखो की बढती सौगाते
१
नरक में बदले की अग्नि ,स्वर्ग में ईर्ष्या की अग्नि
हर इक गति में उठाये दुःख -न आई सुध कभी अपनी
बड़ी मुश्किल से पाया है ,तुम्हे इस जनम में आके
न छोड़ूगा तुम्हे अब मै किसी की बातों में आके .........सुनानी है ..........
२
कहीं ऐसा न हो -फिर से -मैं तुमसे दूर हो जाऊं
दिखा देना वो सच्ची राह अगर मै डगमगा जाऊं
नयी शुरुआत करनी है तुम्हारी शरण में आके
न छोड़ूगा तुम्हे अब मै किसी की बातों में आके ........सुनानी है ............
रचयिता -राजू बगडा
१२ -०९ -२०१०
मंगलम भगवान वीरो,मंगलम गौतमो गणी । मंगलम कुन्द्कुंदाद्दौ, जैन धर्मोस्तु मंगलम ॥ णमो अरिहंताणं णमो सिद्धाणं णमो आइरियाणं णमो उव्झायाणं णमो लोए सव्व साहुणं..ऐसो पञ्च णमोक्कारो,सव्व पाव पणासणो मंगलाणं च सव्वेसिम् पढमं हवई मंगलम ........ मैंने कुछ भजन भगवान् की भक्ती मे अर्पण किये है -आप भी इनका रसपान करे ! by raju bagra-madurai
Monday, September 13, 2010
Saturday, September 11, 2010
12 तर्ज--तेरे मस्त मस्त दो नैन मेरे दिल का ले गए चैन [फिल्म -दबंग]
इस गाने की राग सुनने के लिए यहाँ क्लिक करे
http://sound17.mp3pk.com/indian/dabangg/dabangg01%28www.songs.pk%29.mp3
चाहते रहते प्रभु को सांझ सवेरे
मिलती है खुशिया हो जो दर्शन तेरे -२
तेरे भक्त बहुत बैचैन -सबको मिल जाये चैन
सबको मिल जाये चैन -तेरे भक्त बहुत बैचैन
१
इन्द्रों के मुकुटो की, मणियों से रोशन तेरा चेहरा हाय चेहरा हाय
सूरज चाँद का ,रंग है फीका , तेरे आगे आगे शर्माए जाये
तेरी कृपा जो हमको , मिल जाये भगवन ,पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
तेरे भक्त बहुत बैचैन सबको मिल जाये चैन ...........................
२
जनम जनम से , भव सागर में ,कर्मो ने जकड़ा जकड़ा जकड़ा हाय
तेरी दया का, अब है सहारा , तुने तारा तारा सबको है तारा
तेरी कृपा जो हमको , मिल जाये भगवन ,पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
तेरे भक्त बहुत बैचैन सबको मिल जाये चैन ...........................
रचयिता -राजू बगडा
११ .९ .२०१०
http://sound17.mp3pk.com/indian/dabangg/dabangg01%28www.songs.pk%29.mp3
चाहते रहते प्रभु को सांझ सवेरे
मिलती है खुशिया हो जो दर्शन तेरे -२
तेरे भक्त बहुत बैचैन -सबको मिल जाये चैन
सबको मिल जाये चैन -तेरे भक्त बहुत बैचैन
१
इन्द्रों के मुकुटो की, मणियों से रोशन तेरा चेहरा हाय चेहरा हाय
सूरज चाँद का ,रंग है फीका , तेरे आगे आगे शर्माए जाये
तेरी कृपा जो हमको , मिल जाये भगवन ,पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
तेरे भक्त बहुत बैचैन सबको मिल जाये चैन ...........................
२
जनम जनम से , भव सागर में ,कर्मो ने जकड़ा जकड़ा जकड़ा हाय
तेरी दया का, अब है सहारा , तुने तारा तारा सबको है तारा
तेरी कृपा जो हमको , मिल जाये भगवन ,पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
पा जाये मुक्ति और हो जाये पावन
तेरे भक्त बहुत बैचैन सबको मिल जाये चैन ...........................
रचयिता -राजू बगडा
११ .९ .२०१०
Subscribe to:
Posts (Atom)