तेरे चरणों में दौड़े आये
वीरा ssss वीरा ssssss वीरा sssss
मुझको ये ज्ञान दे
आतम का भान दे
मेरी काया से मुझको थोड़ा तॊ बैराग दे
क्षमा का भाव दे
दया का भाव दे
मुझ पर हो जाये कृपा थोड़ा आशीर्वाद दे
तेरे चरणों में दौड़े आये
कर दे इधर भी तू निगाहे
सुन रहा है ना तू, बु ला रहा हूँ मै
सुन रहा है ना तू, बु ला रहा हूँ मै
१
मोह का अँधियारा , खुद को भुला दिया
पर को निज समझा , पापों से घिर गया
ये मेरी कहानी है जो तुमको सुनानी है ss ओ sssss
तेरे चरणों में दौड़े आये
कर दे इधर भी तू निगाहे
सुन रहा है ना तू, बु ला रहा हूँ मै
सुन रहा है ना तू, बु ला रहा हूँ मै
२
धन मैं ने कमाया ,जीवों को मार के
बिलकुल निर्दयी हूँ , लालच के भाव से
ये मेरी कहानी है जो तुमको सुनानी है ss ओ sssss
तेरे चरणों में दौड़े आये
कर दे इधर भी तू निगाहे
सुन रहा है ना तू, बु ला रहा हूँ मै
सुन रहा है ना तू, बु ला रहा हूँ मै
रचयिता -राजू बगडा
ता ; 10. 09. 2013